मुझे यकीन है गांव की स्त्रियां... एक दिन ऐसा इतिहास रचेगी । मुझे यकीन है गांव की स्त्रियां... एक दिन ऐसा इतिहास रचेगी ।
तब घंटों बैठे बातें भी करते थे, अब बैठना छोड़ो मिलने ना देते. तब घंटों बैठे बातें भी करते थे, अब बैठना छोड़ो मिलने ना देते.
बचपन मे पिता माता के उम्मीदें तो होते, उसमे खरा उतरने की कोशिश करते। बचपन मे पिता माता के उम्मीदें तो होते, उसमे खरा उतरने की कोशिश करते।
कभी रुकना ना अब तुम तुम्हे देना है तो जवाब. कभी रुकना ना अब तुम तुम्हे देना है तो जवाब.
तुम क्या चीज हो उससे तो बड़ा नहीं, किसी की मदद करना बुरी बात नहीं तुम क्या चीज हो उससे तो बड़ा नहीं, किसी की मदद करना बुरी बात नहीं
साथ छोड़ना चाहो तो कमिया बहुत है मुझमे पर साथ निभाना चाहो तो खूबियां भी कम नहीं। साथ छोड़ना चाहो तो कमिया बहुत है मुझमे पर साथ निभाना चाहो तो खूबियां भी कम नही...